घर में इस दिशा में भूलकर भी न बनाएं मंदिर, जानिए मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें
घर में शांति बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा तरीका पूजा-पाठ का माना जाता है। तभी तो सुबह की शुरूआत घर में दिया जलाया कर ही की जाती है। लेकिन घर के मंदिर में पूजा के भी कुछ नियम होते है। जिसका पालन अगर किया जाता है तो हर पूजा सफल होती है। और इसका घर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लेकिन अगर इन नियमों को ध्यान न दिया जाए। तो कुछ न कुछ गलत भी जरूर होता है। उज्जैन ज्योतिषाचार्य और वास्तु विशेषज्ञ पं. मनीष शर्मा के अनुसार जानिए मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें, जिनका ध्यान रखना चाहिए…
मंदिर से जुड़ी ये बातें ध्यान रखें
1. घर में हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) दिशा में ही मंदिर बनाना चाहिए। वास्तु की मान्यता है कि ईश्वरीय शक्ति ईशान कोण से प्रवेश करती है और नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण) से बाहर निकलती है। अगर ये संभव न हो तो पश्चिम दिशा में बनवा सकते हैं, लेकिन दक्षिण दिशा में मंदिर बनवाने से बचना चाहिए।
2. सुबह उठकर जो व्यक्ति पूजा करता है इसका मुंह पूजा करते वक्त पश्चिम दिशा में हो तो शुभ रहता है। इसके लिए मंदिर का द्वार पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
3. घर के मंदिर में प्रतिदिन सुबह और शाम को अगरबत्ती और दीपक जरूर जलाएं। दीपक जलाने से घर के कई वास्तु दोष दूर होते हैं।
4. शौचालय और पूजा घर पास-पास नहीं होना चाहिए। अगर मंदिर के आसपास बाथरूम है तो दरवाजे हमेशा बंद रखना चाहिए। दरवाजे पर पर्दा भी लगाना चाहिए।
5. पूजा स्थल के पास थोड़ी जगह खुली भी होना चाहिए, जहां आसानी से बैठकर पूजा की जा सके। पूजा के बाद कुछ देर ध्यान भी करना चाहिए।
6. मंदिर के आसपास पूजन सामग्री, धार्मिक पुस्तकें, शुभ वस्तुएं रखनी चाहिए। घर का अन्य सामान मंदिर की जगह पर नहीं रखना चाहिए।