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जानिए! भारत की उन 5 जगहों के बारे में जहां पर भारतीयों का जाना है मना

भारत में ठंडी जगह पर हमने का प्लान बनाने वाले लोगों की पहली पसंद हिमाचल प्रदेश होती है। हर साल हिमाचल प्रदेश में लाखों टूरिस्ट आते है। हिमाचल का कसोल गांव टूरिस्ट के लिए सबसे पसंदीदा जगह में से एक है। आप यह बात जानकर हैरान होंगे की इस जगह पर भारतीय की जगह इजराइली लोग अधिक मिलेंगे। यहाँ मौजूद Free Kasol Cafe रेस्टोरेंट भारतीयों का प्रवेश करना मना है। इस रेस्टोरेंट में इंडियन टूरिस्ट की एंट्री बैन है। ऐसा करने के पीछए यहां के कैफे मालिक का कहना है कि ‘यहां आने वाले ज्यादातर भारतीय पर्यटक पुरुष होते हैं, जो कि यहां दूसरे पर्यटकों से दुर्व्यवहार करते हैं।’

फॉर्नर्स ओन्ली’ बीच, गोवा

गर्मियों की छुट्टियां मनाने के लिए गोवा भारतीय और विदेशी दोनों ही टूरिस्ट की पहली पसंद रहा है। शायद ही यह बात आपमें से कोई जनता होगा की गोवा में कुछ ऐसे प्राइवेट बीच भी मौजूद है। जहाँ इंडियंस टूरिस्ट की एंट्री बैन है। इन बीचों पर केवल विदेशी पर्यटकों के प्रवेश के पीछे का का कारण बीच मालिकों ने ‘बिकनी पहने विदेशी पर्यटकों’ को छेड़खानी से बचाने के लिए बनाया है।

ब्रॉडलैंड लॉज, चेन्नई

चेन्नई में होटल मौजूद है जहाँ भारतीय टूरिस्ट का जाना मना है। इसमें सबसे मुख्य है ब्रॉडलैंड लॉज। दरअसल यह लॉज पुराने समय में राजा-महाराजा का महल हुआ करता था जो आज के समय में एक होटल बन गया है और ‘नो इंडियन पॉलिसी’ पर चलता है। यहां सिर्फ विदेशियों को ही रहने के लिए कमरे दिए जाते हैं।

पुदुच्चेरी के ‘फॉर्नर्स ओन्ली’ बीच

पुडुचेरी में भी ऐसी जगह मौजूद है। जहाँ भारतीय पर्यटकों का जाना मना है। इन जगहों पर केवल विदशी पर्यटक ही जा सकते है। इन जगहों पर इंडियंस टूरिस्ट के बैन के पीछे की वजह विदेशी टूरिस्टो के साथ होने वाली छेड़खानी को बताया गया है।

यूनो-इन होटल, बेंगलुरु

साल 2012 में बेंगलुरु में स्थित यह होटल Uno-In खास तौर से जापानी लोगों के लिए बनाया गया था। लेकिन अपने एक नियम के चलते यह होटल जल्द ही विवादों से घिर गया। साल 2014 में यह तब चर्चा में आया था, जब होटल स्टॉफ ने भारतीय लोगों को रूफ टॉप रेस्तरां में जाने से रोक दिया। इस बात को लेकर यहां काफी विवाद भी हुआ। जिसके बाद साल 2014 में ग्रेटर बेंगलुरु सिटी कॉर्पोरेशन ने जातीय भेदभाव के आरोप में इस होटल को बंद करवा दिया।

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