|

‘बाबू जी ने ली अंतिम सांस’, मरते दम तक कर्जदार रहे मुलायम

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने बीते दिनों लखनऊ में इस दुनिया से अलविदा कह दिया. और तभी से बारांबकी जिले में शोक की लहर दौड़ गई है. दरअसल बेनी प्रसाद पिछले कुछ महिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, जिसके चलते उनका निधन हो गया है. बता दें कि वर्मा उत्तर प्रदेश की राजनीति में वो पाशा थे जिसके साथ रहते वह सरकार बना लेता. वर्मा कुर्मी समाज के सर्वमान्य नेता माने जाते थे. वह सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे, हांलाकि बीच में उन्होने सपा छोड़ कांग्रेस का दामन जरुर थामा था. यूपीए-2 में मनमोहन सिंह ने उन्हें इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन फिर समाजवद में घर वापसी कर ली थी, मुलामयम सिंह ने उन्हें राज्यसभा भेजा था।

गौरतलब है कि बेनी प्रसाद वर्मा की गिनती सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबियों में होती थी, हालांकि बीच में मनमुटाव होने की वजह से उन्होने सपा छोड़ने का फैसला लिया, वो कांग्रेस के टिकट पर 2009 में लोकसभा चुनाव लड़े थे, चुनाव जीतने के बाद मनमोहन सिंह ने उन्हें यूपीए-2 में केन्द्रीय इस्पात मंत्री बनाया, हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव के बाद वो वापस सपा में आ गये, तो मुलायम सिंह यादव ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था ।

मुलायम के करीबी थे बेनी

-beni_prasad_vermaबेनी प्रसाद वर्मा के निधन की खबर से बाराबंकी जिले में शोक की लहर दौड़ गई है, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पूर्व मंत्री के निधन पर दुख जाहिर किया है, उन्होने कहा कि सपा के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद और हम सबके प्रिय बेनी प्रसाद वर्मा जी उर्फ बाबू जी का निधन अपूरणीय क्षति है, शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना जाहिर करता हूं।

बेनी प्रसाद की जीवनीय

बेनी प्रसाद वर्मा का जन्म 11 फरवरी 1941 को यूपी के बाराबंकी जिले के सिरौली में हुआ था, पिता का नाम मोहनलाल वर्मा और मां रामकली वर्मा थी, बेनी प्रसाद की शादी 1956 में मालती देवी से हुआ, दोनों के तीन बेटे और दो बेटियां है, शुरुआती पढाई बाराबंकी से करने के बाद उन्होने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए और एलएलबी की पढाई पूरी की, पढाई के बाद वो सीधे राजनीति में उतर गये, लंबे समय तक यूपी में पब्लिक वर्क्स विभाग में मंत्री के रुप में कार्य करते रहे, फिर साल 1992 में कैसरगंज लोकसभा सीट से चुनाव जीते और सांसद बने, इसके बाद पलटकर नहीं देखा।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *