मरियम बनीं पहली भारतीय मुस्लिम, जिन्होंने इस उम्र में कर दिखाया यह काम, करेंगी कौ’म की खिदम’त

इन दिनों मरियम अफीफा खुब सुर्खियों में है। आज लोग उन्हें बघा ईयां दे रहे हैं। वजह भी खास है। दर असल आखिर मरियम अफीफा मु’स्लि’म समु दाय की सबसे कम उम्र में न्यूरो सर्जन बन गई है। उन्होंने हैदराबाद के उस्मा निया मेडिकल कालेज में न्यूरो सर्जरी में स्नात कोत्तर कोर्स के लिए प्रवेश किया तथा तीन साल में ही उन्होंने अपनी डिग्री पुरी कर न्युरो सर्जन बन गई है। आपको बता दें कि उन्होंने नीट,
एस एस परिक्षा 2020 में मरियम अफीफा अंसारी ने 137 वी रैंक प्राप्त की है। उन्होंने बचपन से 10वीं कक्षा तक उद्रु माध्यम के स्कूलों से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने महाराष्ट्र के मालेगांव में तहजींने हाई स्कूल में सातवीं कक्षा तक पढ़ाई की। जिसके बाद वो उच्च स्तरीय शिक्षा कै लिए हैदराबाद गई वहा राजकुमारी दुरवेश्वर गर्ल्स हाई स्कूल में प्रवेश लिया वह 10वी कक्षा तक की पढ़ाई वहां की। वो स्कुल टापर भी रही और स्वर्ण पदक भी जीता।
हैदराबाद के एम एस जुनियर कालेज में इंटरमीडिएट पुरा करने के बाद अफिफा ने उस्मानिया मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश निशुल्क लिया। एम बी बी एस कोर्स के दौरान उन्होंने पांच स्वर्ण पदक प्राप्त किया। मु’स्लिम मिरर से बात करते हुए मरियम ने कहा कि उनकी सफलता अ’ल्ला’ह की तरफ़ से एक तोहफा और जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि इस जरिए वह अपने लोगों कुछ सेवा करेगी।
उन्होंने इसके अलावा अपने लड़कियों को प्रोत्साहित करतें हुए कहा कि हार मत मानो किसी को कभी ये मत कहने दो तुम से नहीं हो पाएगा। अपनी लक्ष्य को पुरा करके उन लोगों को ग़लत साबित करो।