ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मनुष्य को उसके कर्मो की सजा इसी जन्म में मिलती है । मृत्यु के आने तक व्यक्ति अपने सभी अच्छे बुरे कर्मों की सजा प्राप्त कर चुका होता है । फिर चाहे वो रोगों के जरिए हो या फिर कोई दुर्घटना, परिवार से मतभेद के बाद अलगाव हो या फिर जीवन में आने वाले सुख-दुख । शनिदेव को न्याय का देव कहा जाता है, वो मनुष्य के कर्मों का पाई पाई का हिसाब लेते हैं । लेकिन ऐसा नहीं है कि आपको इन सब बातों का संकेत नहीं मिलता । प्रकृति आपको कई तरह से आपके बुरे वक्त का इशारा देती है । जानिए क्या है वो इशारे ।
खर्च और नुकसान
नौकरी में जब बात आपकी Salary पर आ जाए । उसमें बेवजह के डिक्शन किए जाने लगें । या फिर आपके कारोबार में हो रहा नफा अचानक नुकसान में बदलने लगे । धन के आने के सब रास्ते बंद हो जाएं । यहां तक की आपकी जमा पूंजी भी खर्च होने लगे तो समझिए आप पर शनि का बुरा असर पड़ रहा है । बेवजह का नुकसान शनि की कुदृष्टि का फल है ।
जोड़ों में दर्द, बाल सफेद
असमय बालों की सफेदी और जोड़ों में दर्द होना शनि की कुपित दृष्टि का असर माना जाता है । ये संकेत आपके बुरे समय की ओर इशारा करते हैं । शनि मंदिर में जाकर तेल चढ़ाने से आपके ऊपर चल रहे इन प्रभावों का असर कुछ कम हो सकता है । शनिवार को शनिमंदिर में दान देने, गरीबों, जरूरतमंदों को खाना खिलाने से भी आप लगे ये दोष कटने लगते हैं ।
गलत काम में लगता है मन
मति भ्रष्ट होना, शराब-नशे आदि में रहना, गलत संगत में पढढ़ जाना ये सभी शनि की कुदृष्टि का फल है । जो भी व्यक्ति ऐसे कामों में लिप्त हो जाता है उसे अच्छे बुरे की पहचान नहीं रह जाती वो ना तो अपना अचछा समझ सकता है और ना ही बुरा समझा सकता है, ऐसे व्यक्ति के लिए जीवन में आगे बढ़ने के सब रास्ते बंद होने लगते हैं । इंसान को अपने भले बुरे की पहचान होनी चाहिए ।