जेल के अंदर भूख हड़ताल पर बैठा यासीन मलिक, कर रहा है यह मांग
कई दिनों से दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का चीफ यासीन मलिक जेल के अंदर अब भूख हड़ताल पर बैठ गया है। उनका कहना है कि जो उसका मामला विचाराधीन चल रहा है उस पर कई तरीके से जांच नहीं हो रही है। इसीलिए मैं भूख हड़ताल पर हूं। जेल के अधिकारी भी यासीन मलिक से बात करने के लिए पहुंचे, लेकिन उन्होंने भूख हड़ताल छोड़ने से साफ इनकार कर दिया।
13 जुलाई को इसके पहले दिल्ली की विशेष अदालत के पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद के अपहरण से जुड़े मामले में प्रत्यक्ष तौर पर उनको पेश होने और गवाहों के खुद जिरह करने की अनुमति उन्होंने मांगी थी। मलिक ने कहा था कि उनकी अनुमति ना मिलने पर वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेगा।
वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुआ था पेश
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मलिक अदालत के सामने पेश हुआ था। मलिक ने बोला था कि उसने अदालत में बैठक शुरू कर पेश होने की अनुमति के लिए सरकार को पत्र लिखा है। असल में यह मामला 8 दिसंबर 1989 को रूबिया सईद की किडनैपिंग से जुड़ा हुआ है। केंद्र में बीजेपी समर्थित सरकार बनी हुई थी। सरकार ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के पांच आतंकवादियों को आजाद कर दिया था।
दिल्ली की एक अदालत ने कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को 25 मई को उम्र कैद की सजा दी थी। मलिक को आतंकवादियों गतिविधियों के लिए धन जुटाने के मामले में सजा मिली है।